अंकोरवाट विष्णु मंदिर: विश्व का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर कंबोडिया में स्थित है

अंकोरवाट विष्णु मंदिर: ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर

अंकोरवाट विष्णु मंदिर (Angkor Wat Vishnu Temple) न केवल कंबोडिया का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध मंदिर है, बल्कि यह पूरी दुनिया के सबसे अद्भुत धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों में से एक है। यह मंदिर अंकोरवाट परिसर का हिस्सा है, जिसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया गया है। इस मंदिर का इतिहास और इसकी वास्तुकला न केवल कंबोडिया, बल्कि पूरी दुनिया के इतिहासकारों और पर्यटकों को आकर्षित करती है।

अंकोरवाट मंदिर का इतिहास (History of Angkor Wat Temple)

अंकोरवाट मंदिर का निर्माण 12वीं शताबदी में कंबोडिया के खमेर साम्राज्य के महान सम्राट सूर्यवर्मन II द्वारा किया गया था। यह मंदिर पहले हिंदू धर्म के भगवान विष्णु को समर्पित था। अंकोरवाट (Angkor Wat) का शाब्दिक अर्थ “अंकोर” यानी “नगर” और “वाट” यानी “मंदिर” होता है, इस प्रकार इसका अर्थ हुआ “नगर का मंदिर”। यह मंदिर खमेर साम्राज्य की समृद्धि और उसकी धार्मिकता का प्रतीक है।

मंदिर का उद्देश्य एक बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बनाना था, जो भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित हो। इसे एक विशाल आकार और अत्यधिक जटिल वास्तुकला के कारण विश्व भर में प्रसिद्धि मिली।

वास्तुकला और डिजाइन (Architecture and Design)

अंकोरवाट विष्णु मंदिर की वास्तुकला अपनी अद्वितीयता और विशालता के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर का डिज़ाइन खमेर वास्तुकला (Khmer architecture) का एक बेहतरीन उदाहरण है। इसे एक विशाल मंदिर-माउंटेन (temple-mountain) के रूप में डिजाइन किया गया है, जो पर्वत के शिखर की ओर इशारा करता है। इसका प्रमुख शिखर 65 मीटर ऊंचा है, जो इसे आसपास के अन्य भवनों से अलग बनाता है।

इस मंदिर का परिसर लगभग 162.6 हेक्टेयर में फैला हुआ है, जो इसे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक भवनों में से एक बनाता है। मंदिर के चारों ओर गहरी खाइयाँ और विशाल दीवारें हैं, जो इसे बाहरी आक्रमणों से सुरक्षित रखती हैं। दीवारों पर चित्रित उकेरे गए दृश्य (carved reliefs) भगवान विष्णु के जीवन और अन्य धार्मिक कथाओं का चित्रण करते हैं।

भगवान विष्णु की पूजा (Worship of Lord Vishnu)

अंकोरवाट विष्णु मंदिर को मुख्य रूप से भगवान विष्णु (Vishnu) की पूजा के लिए समर्पित किया गया था। हिंदू धर्म में भगवान विष्णु को पालनकर्ता और संरक्षक के रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर में कई स्थानों पर भगवान विष्णु के विभिन्न रूपों की मूर्तियाँ पाई जाती हैं।

यह मंदिर खमेर सम्राटों के धार्मिक विश्वासों का प्रतीक है, जिन्होंने इस मंदिर का निर्माण भगवान विष्णु की आराधना के लिए किया था। बाद में, 14वीं शताब्दी के आसपास, बौद्ध धर्म के प्रभाव के कारण यह मंदिर बौद्धों द्वारा भी उपयोग में लाया गया।

अंकोरवाट विष्णु मंदिर के प्रमुख आकर्षण (Key Attractions of Angkor Wat Vishnu Temple)

  1. आंतरिक दीवारों पर उकेरे गए चित्र (Carved Reliefs on the Inner Walls)
    अंकोरवाट के आंतरिक दीवारों पर बहुत ही अद्वितीय और सुंदर चित्रित उकेरे गए दृश्य हैं, जो हिंदू धर्म की महाकाव्य काव्य गाथाओं जैसे महाभारत और रामायण का चित्रण करते हैं। इन चित्रों में भगवान विष्णु के विभिन्न रूपों, देवताओं और राक्षसों की लड़ाईयों को दर्शाया गया है। यह चित्र पूरी तरह से खमेर कला के अद्भुत उदाहरण हैं।
  2. मुख्य गेट (Main Gate)
    अंकोरवाट विष्णु मंदिर का प्रमुख प्रवेश द्वार बेहद भव्य है। यह प्रवेश द्वार बेहद बड़ा और मजबूत है, जिससे मंदिर की सुरक्षा की जाती थी। गेट के अंदर प्रवेश करते ही पर्यटकों को मंदिर के विशाल आकार और उसकी भव्यता का एहसास होता है।
  3. मध्य कक्ष (Central Sanctum)
    अंकोरवाट का केंद्रीय कक्ष भगवान विष्णु के समर्पित होता था, जहां उनकी मूर्ति रखी गई थी। हालांकि, अब यह कक्ष खाली पड़ा है, लेकिन इसकी वास्तुकला और शिल्पकला अब भी आकर्षण का केंद्र हैं।
  4. वाटर पोंड (Water Ponds)
    अंकोरवाट में कई वाटर पोंड्स और जलाशय हैं, जो मंदिर के चारों ओर फैले हुए हैं। यह जलाशय न केवल मंदिर की सुंदरता में योगदान करते हैं, बल्कि इनका धार्मिक महत्व भी है। हिंदू धर्म में जल को शुद्धता का प्रतीक माना जाता है, और यह मंदिर जल के माध्यम से श्रद्धा और विश्वास को दर्शाता है।

अंकोरवाट की धरोहर और संरक्षण (Heritage and Conservation of Angkor Wat)

अंकोरवाट विष्णु मंदिर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है। यह न केवल कंबोडिया के लिए, बल्कि दुनिया भर के धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। 1992 में यूनेस्को द्वारा इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया गया, ताकि इसकी रक्षा की जा सके और आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा सके।

हालांकि अंकोरवाट का मंदिर हजारों वर्षों से बरकरार है, लेकिन समय के साथ इसके कई हिस्सों को नुकसान भी हुआ है। यह मंदिर प्राकृतिक और मानवीय कारकों से प्रभावित हुआ है, और संरक्षण प्रयासों के बावजूद, इसके कुछ हिस्से धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त हो रहे हैं।

अंकोरवाट का पर्यटन (Tourism in Angkor Wat)

अंकोरवाट विष्णु मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह पर्यटन का भी प्रमुख आकर्षण है। हर साल लाखों पर्यटक इस ऐतिहासिक मंदिर का दौरा करते हैं। यह स्थल सांस्कृतिक पर्यटन, धार्मिक पर्यटन और इतिहास के प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है। मंदिर के अद्वितीय वास्तुशिल्प, दीवारों पर उकेरी गई कथाएँ, और इसके धार्मिक महत्व को समझने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।

अंकोरवाट के आस-पास के अन्य स्थल (Other Sites Near Angkor Wat)

अंकोरवाट के आसपास कई अन्य महत्वपूर्ण स्थल भी हैं, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं। इनमें से कुछ प्रमुख स्थल हैं:

  1. बायन मंदिर (Bayon Temple)
    बायन मंदिर, जिसे “चार चेहरे वाला मंदिर” भी कहा जाता है, अंकोरवाट के पास स्थित है और इसकी अपनी अद्वितीय वास्तुकला है।
  2. ताप्रम मंदिर (Ta Prohm Temple)
    ताप्रम मंदिर, जो एक प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर है, अपनी जड़ों में उलझी हुई विशाल वटवृक्षों के कारण प्रसिद्ध है। यह दृश्यता फिल्मों में भी दिखाई गई है, और यह स्थल बहुत ही रोमांचक है।
  3. अंकोर थॉम (Angkor Thom)
    अंकोर थॉम खमेर साम्राज्य का प्राचीन शहर था, और यह अपने विशाल द्वारों और अद्वितीय वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।

निष्कर्ष (Conclusion)

अंकोरवाट विष्णु मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है, जो आज भी दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करता है। इसका वास्तुशिल्प, धार्मिक महत्व और ऐतिहासिक मूल्य इसे अनमोल बनाते हैं। यह मंदिर खमेर संस्कृति, हिंदू धर्म, और कंबोडिया के समृद्ध इतिहास का प्रतीक है। इसके संरक्षण की आवश्यकता है ताकि आने वाली पीढ़ियाँ इस अद्भुत धरोहर का अनुभव कर सकें।

अंकोरवाट न केवल कंबोडिया का गौरव है, बल्कि यह दुनिया भर के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों का सबसे शानदार उदाहरण है, जो इस planet पर जीवन और सभ्यता के अद्भुत विकास को दर्शाता है।

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अंकोरवाट विष्णु मंदिर से संबंधित सामान्य प्रश्न (FAQs about Angkor Wat Vishnu Temple)

1. अंकोरवाट विष्णु मंदिर कहां स्थित है? (Where is Angkor Wat Vishnu Temple located?)

अंकोरवाट विष्णु मंदिर कंबोडिया के सियेम रीप शहर के पास स्थित है। यह मंदिर अंकोरवाट परिसर का हिस्सा है, जो कंबोडिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल है।

2. अंकोरवाट मंदिर का निर्माण कब हुआ था? (When was Angkor Wat Temple constructed?)

अंकोरवाट मंदिर का निर्माण 12वीं शताबदी में कंबोडिया के खमेर सम्राट सूर्यवर्मन द्वितीय के शासनकाल में किया गया था।

3. अंकोरवाट विष्णु मंदिर किसके लिए समर्पित है? (Who is Angkor Wat Vishnu Temple dedicated to?)

यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, जो हिंदू धर्म के एक प्रमुख देवता हैं। हालांकि, बाद में इसे बौद्ध धर्म के अनुयायियों द्वारा भी उपयोग किया गया।

4. अंकोरवाट विष्णु मंदिर की वास्तुकला कैसी है? (What is the architecture of Angkor Wat Vishnu Temple like?)

अंकोरवाट मंदिर की वास्तुकला खमेर वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है। यह मंदिर एक विशाल मंदिर-माउंटेन (temple-mountain) के रूप में डिजाइन किया गया है, जिसमें मुख्य शिखर 65 मीटर ऊंचा है।

5. क्या अंकोरवाट विष्णु मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल है? (Is Angkor Wat Vishnu Temple a UNESCO World Heritage Site?)

हां, अंकोरवाट मंदिर को 1992 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया गया है।

6. अंकोरवाट विष्णु मंदिर का धार्मिक महत्व क्या है? (What is the religious significance of Angkor Wat Vishnu Temple?)

अंकोरवाट विष्णु मंदिर का धार्मिक महत्व हिंदू धर्म में भगवान विष्णु की पूजा से जुड़ा है। यह खमेर साम्राज्य के धार्मिक विश्वासों और संस्कृतियों का प्रतीक है।

7. अंकोरवाट विष्णु मंदिर के पास कौन-कौन से अन्य दर्शनीय स्थल हैं? (What are the other attractions near Angkor Wat Vishnu Temple?)

अंकोरवाट के पास कई प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं, जैसे बायन मंदिर (Bayon Temple), ताप्रम मंदिर (Ta Prohm Temple), और अंकोर थॉम (Angkor Thom)।

8. अंकोरवाट विष्णु मंदिर का दर्शन करने का सर्वोत्तम समय कब है? (What is the best time to visit Angkor Wat Vishnu Temple?)

अंकोरवाट का दर्शन करने का सर्वोत्तम समय नवंबर से फरवरी तक होता है, जब मौसम ठंडा और सुखद होता है। गर्मियों में यहां अत्यधिक गर्मी हो सकती है।

9. अंकोरवाट विष्णु मंदिर के संरक्षण के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं? (What efforts are being made to preserve Angkor Wat Vishnu Temple?)

अंकोरवाट मंदिर का संरक्षण यूनेस्को और अन्य संगठनों द्वारा किया जा रहा है। इसमें मंदिर के ढांचे की मरम्मत, दीवारों पर उकेरी गई चित्रकला की सुरक्षा और पर्यटकों की संख्या को नियंत्रित करना शामिल है।

10. क्या अंकोरवाट विष्णु मंदिर में प्रवेश शुल्क है? (Is there an entry fee for Angkor Wat Vishnu Temple?)

हां, अंकोरवाट विष्णु मंदिर में प्रवेश के लिए शुल्क लिया जाता है। यह शुल्क विभिन्न प्रकार के टिकटों पर निर्भर करता है, जैसे एक दिन, तीन दिन, या एक सप्ताह का पास।

11. अंकोरवाट विष्णु मंदिर के आंतरिक हिस्से में क्या देखने को मिलता है? (What can be seen inside the Angkor Wat Vishnu Temple?)

अंकोरवाट के आंतरिक हिस्से में भगवान विष्णु की मूर्तियां, उकेरे गए चित्र, और खमेर कला का अद्भुत उदाहरण देखने को मिलता है। दीवारों पर महाभारत और रामायण की कथाओं का चित्रण किया गया है।

12. अंकोरवाट विष्णु मंदिर में क्या विशेष दृश्य हैं? (What are the special features of Angkor Wat Vishnu Temple?)

मंदिर के विशेष आकर्षणों में उसकी भव्य वास्तुकला, उकेरे गए चित्र, विशाल आंतरिक कक्ष, और जलाशय शामिल हैं। मंदिर के चारों ओर गहरी खाइयाँ और सुरक्षा दीवारें भी हैं, जो इसकी भव्यता को बढ़ाती हैं।

13. अंकोरवाट विष्णु मंदिर में कौन से धार्मिक अनुष्ठान होते हैं? (What religious rituals are performed at Angkor Wat Vishnu Temple?)

अंकोरवाट मंदिर में मुख्य रूप से हिंदू धर्म के धार्मिक अनुष्ठान होते थे, लेकिन वर्तमान में यह स्थल बौद्धों द्वारा भी पूजा जाता है। यहां की विशेष पूजा विधियों में फूल चढ़ाना, दीपक जलाना और मंत्रोच्चारण शामिल हैं।

 

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